लिमिट ऑर्डर आपको अपनी मनचाही कीमत पर स्टॉक खरीदने या बेचने की अनुमति देते हैं। यदि स्टॉक उस प्राइस पर पहुँच जाता है, तो ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा। यदि स्टॉक मनचाही कीमत पर नहीं पहुँचता है, तो ऑर्डर एग्जीक्यूट नहीं होगा।
लिमिट ऑर्डर का इस्तेमाल तब किया जाता है जब कोई निवेशक किसी शेयर को किसी खास कीमत पर खरीदना या बेचना चाहता है। लिमिट ऑर्डर के लिए दो मुख्य इनपुट की आवश्यकता होती है: शेयरों की Quantity और Desired Execution Price। ऑर्डर तभी एग्जीक्यूट होगा जब मार्केट कोई खास मूल्य पर पहुंच जाएगा।यह अधिक कंट्रोल प्रदान करता है, लेकिन यह रिस्क भी उठाता है कि ऑर्डर कभी पूरा नहीं हो सकता है।
दोस्तों इसी प्रकार आज Share market में Stock market में एक आम Trader की मदद के लिए ऐसे कई (Option) विकल्प मौजूद होते हैं उन्हीं में से एक विकल्प है “Order limit ” ऑर्डर लिमिट एक बहुत ही अच्छा विकल्प है क्योंकि Order limit आपके पोर्टफोलियो में घटती बढ़ती कीमतों से होने वाले घाटे को कम करता है
Order limit क्या है – What is order limit in Hindi
दोस्तों Order limit , शेयर मार्केट(Share market) में Trader और Investor को मिलने वाला है एक अच्छा विकल्प है Order limit के द्वारा ट्रेडर ya इन्वेस्टर को एक अच्छी कीमत पर या विशेष मूल्य पर किसी भी स्टॉक को खरीदने(buy) या बेचने (Sell) का विकल्प देता है इसके द्वारा आप स्टॉक मार्केट में होने वाले घाटे से कुछ हद तक बच सकते हैं
दोस्तों Order limit का आर्डर एक इन्वेस्टर या ट्रेडर अपने स्टॉक ब्रोकर(Stock broker) को देता है जो कि इन्वेस्टर या ट्रेडर के लिए उसकी तय किए गए मूल्य पर किसी भी स्टॉक को खरीदता है या बेचता है
हमेशा ट्रेडर या इन्वेस्टर अपने स्टॉक ब्रोकर को Buy लिमिट ऑर्डर देता है जब उसे कोई शेयर ऑर्डर प्राइस से कम कीमत पर मिलता हो और Sell ऑर्डर तब देता है जब उसे अपने शेयर की एक अच्छी कीमत मिल रही हो
Order limit का उदाहरण
दोस्तों मान लीजिए कोई इन्वेस्टर रिलायंस के शेयरों को ₹180 पर खरीदना चाहता है
इसके लिए वह एक Buy लिमिट ऑर्डर लगाएगा जिसमें मिनिमम राशि ₹180 या 180 से कम रखा जाता है दोस्तों जैसे ही रिलायंस के स्टॉक्स की कीमत ₹180 या उससे कम होती है तब वह स्टॉक ब्रोकर रिलायंस के शेयरों को उस इन्वेस्टर के लिए खरीद देगा
इस प्रकार उस इन्वेस्टर को अपने मन मुताबिक खरीदने का विकल्प मिल जाएगा यदि वह रिलायंस का शेयर ₹180 की कीमत पर नहीं आता है तो स्टॉक ब्रोकर उसके लिए उस शेयर को नहीं खरीद सकता
Limit order Buy क्या है – Limit order Buy In Hindi
दोस्तों Limit order Buy करने में इन्वेस्टर जा ट्रेडर अपनी इच्छा के अनुसार अपने मन मुताबिक एक मूल्य को सेट कर देते हैं तथा एक लिमिट ऑर्डर को सेट कर देते हैं जैसे ही कोई स्टॉक्स उस कीमत पर आता है स्टॉक ब्रोकर उसके लिए वह स्टॉक खरीद लेता है
Limit order Buy का सबसे अच्छा फायदा यह होता है कि किसी भी इन्वेस्टर या ट्रेडर को उसके मन मुताबिक का शेयर उसकी मन मुताबिक कीमत पर मिल जाता है
दोस्तों यदि Limit order Buy के नुकसान के बारे में बात की जाए तो इसमें सिर्फ इतना ही नुकसान है कि यदि इन्वेस्टर के पसंदीदा शेयर उस कीमत तक नहीं आ पाए तो वे ऑर्डर उसके लिए पूर्ण नहीं होगा और वह लेन देन नहीं होता है
दोस्तों Limit order Buy इसमें इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है कि जिस प्राइस पर आप किसी भी शेयर को खरीदने का सोच रहे हो वह आपको मिल जाए
Limit order Sell क्या है – Limit order Sell In Hindi
दोस्तों जब भी कोई ट्रेडर या इन्वेस्टर अपनी ट्रेड से अपनी प्राइस पॉइंट पर निकलना चाहता है कि मुझे इससे आगे नहीं करना है और मुझे अपनी ट्रेड क्लोज करनी है अपने आर्डर क्लोज करनी जिस पर आपको अच्छा मुनाफा हो रहा हो
तो दोस्तों आप अपने स्टाफ की कीमत को अपनी इच्छा अनुसार कीमत पर Limit order Sell लगा सकते हो जैसे ही आपके स्टॉक्स की कीमत उस प्राइस पॉइंट पर जाएगी वे आर्डर अपने आप ही पूर्ण हो जाएगा और आपका स्टॉक Sell हो जाता है
Limit order Sell दोस्तों इस से थोड़ा एक नुकसान भी हो सकता है कि मान लीजिए यदि आपके स्टाफ की कीमत ऊपर और ऊपर चलती रही तथा आपके प्राइस पॉइंट से भी ऊपर चली गई लेकिन आपके प्राइस पॉइंट पर वह आर्डर Sell हो जाता है तथा उसके ज्यादा कीमत से मिलने वाले लाभ को आप छोड़ देते हैं मैं था तब उससे मिलने वाले अतिरिक्त फायदे से रह जाते हो
दोस्तों यदि आपके स्टॉक्स की कीमत आपके प्राइस पॉइंट पर नहीं पहुंच पाती है तो आपका ऑर्डर पूरा नहीं होता है और मैं आर्डर अधूरा ही रह जाता है
Limit order कब use करें – Uses of limit order in Hindi
दोस्तों आप या कोई भी इन्वेस्टर लिमिट ऑर्डर का उपयोग तब कर सकता है जब उसे शेयर मार्केट में स्टॉक्स खरीदने या बेचने की कोई जल्दबाजी ना हो और वह अपनी इच्छा अनुसार कीमत तक आने के लिए इंतजार कर सकता हो और कोई जल्दबाजी ना करता हो जब तक कि उस स्टॉक्स या शेयर की कीमत उसकी इच्छा अनुसार मूल्य पर ना पहुंच जाए
दोस्तों आर्डर लिमिटेड के उपयोग से आप या कोई भी इन्वेस्टर की कीमतों के उतार-चढ़ाव से होने वाली क्षति से बच सकता है
दोस्तों लिमिटेड का उपयोग करने के लिए आपको एक अच्छे अनुभव की आवश्यकता होती है क्योंकि लिमिट ऑर्डर प्राइस सेट करने के लिए चाहे वह Buy ऑर्डर हो या Sell आर्डर हो किसी को भी सेट करने के लिए आपको एक अच्छे अनुभव की आवश्यकता होती है तथा मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी होनी चाहिए जिससे कि आप एक अच्छा मुनाफा कमा सके
advantage and disadvantage of order limit in Hindi – Order limit के फायदे और नुकसान
Advantage of limit order in Hindi – limit order के फायदे
- दोस्तों Limit order का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ट्रेडर इन्वेस्टर अपनी इच्छा के अनुसार अपनी पोजीशन ओपन कर सकता है या क्लोज कर सकता है
- Limit order का फायदा यह है कि आप एक बार आर्डर लगा दीजिए यदि स्टॉक की कीमत आपके ऑर्डर के अनुरूप हो जाते हैं तो वह अपने आप ही आर्डर पूरा हो जाएगा चाहे वह Buy ऑर्डर हो या Sell आर्डर हो
- दोस्तों Limit order आपको मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव और आपके स्टॉक्स की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण होने वाले घाटे से बचा सकता है और आप को सुरक्षित कर सकता है लेकिन आपको इसके लिए थोड़ा अनुभव होने की आवश्यकता है
- Limit order के विकल्प होने के कारण इन्वेस्टर या ट्रेडर को अधिक पैसा नहीं देना पड़ता है उनका पैसा बच जाता है
- दोस्तों Limit order का उपयोग आप रिस्क भरी ट्रेडिंग में कर सकते हो जिसमें आपको कम से कम नुकसान हो
Disadvantage of limit order in Hindi – Limit order के नुकसान
दोस्तों जिस चीज के फायदे होते हैं उसी के कुछ घाटे भी हो सकते हैं नुकसान भी हो सकते हैं इसी प्रकार इसके कुछ थोड़े बहुत नुकसान हैं जो कि निम्न प्रकार हैं
- Limit order लगाने की वजह से आप स्टॉक्स की कीमत में होने वाली वृद्धि के कारण मिलने वाले फायदे से रह जाते हो
- यह कोई जरूरी नहीं है कि Limit order लगाने के बाद आपकी इच्छा अनुसार कीमत पर स्टॉक की कीमत पहुंच जाएगी कभी-कभी यह आर्डर पूरा नहीं होता है और आप रह जाते हो
- कम लिक्विडिटी मार्केट में यह आर्डर पूरे नहीं होते हैं ऐसे स्टॉक्स में अधिकतर कीमतों में उतार-चढ़ाव नहीं होता है जिससे आपके ऑर्डर पूरे नहीं होते हैं