ट्रेडर बनने के लिए, आपको सबसे पहले ब्रोकर के पास डीमैट अकाउंट खोलना होगा। फिर, आप ब्रोकर का ऐप डाउनलोड कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल शेयर खरीदने और बेचने के लिए कर सकते हैं। अलग-अलग ब्रोकर अलग-अलग ऐप ऑफ़र करते हैं, लेकिन ज़्यादातर ऐप आपको शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं, साथ ही आप उन स्टॉक के बारे में चार्ट और दूसरी जानकारी भी देख सकते हैं जिनमें आपकी रुचि है।
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, अलग-अलग तरह की ट्रेडिंग और उसमें शामिल रिस्कों के बारे में जानना ज़रूरी है। आप किताबें पढ़कर, वीडियो देखकर या कोई कोर्स करके ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं।असली पैसे से ट्रेडिंग शुरू करने से पहले ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाना और अपनी स्ट्रेटजी को परखने के लिए पेपर ट्रेड या वर्चुअल ट्रेड करना भी ज़रूरी है। एक बार जब आप ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं, तो अपनी प्रगति को ट्रैक करने और अपनी गलतियों से सीखने के लिए ट्रेडिंग जर्नल रखना ज़रूरी है।
ट्रेडिंग क्या होती है ट्रेडर कैसे बने – How to be a successful trader In Hindi
ट्रेडिंग में किसी चीज को एक कीमत पर खरीदना और उसे लाभ कमाने के लिए अलग कीमत पर बेचना शामिल है। यह कंपनी के स्टॉक, सोने या आलू जैसी वस्तुओं या अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स के साथ किया जा सकता है।
ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकार हैं, जिनमें इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग और फॉरेक्स ट्रेडिंग शामिल हैं।विभिन्न प्रकार के ट्रेडिंग में रिस्क के विभिन्न स्तर होते हैं। इंट्राडे और ऑप्शन ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग की तुलना में अधिक रिस्कपूर्ण होते हैं।ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, आपको ब्रोकर के साथ डीमैट अकाउंट खोलना होगा।शुरू करने से पहले ट्रेडिंग के बारे में सीखना महत्वपूर्ण है।
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले ध्यान देने वाली बातें
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, यह ज़रूरी है:
- डीमैट अकाउंट खोलें: शेयर बाज़ार, ट्रेडिंग या म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए यह ज़रूरी है।
- ट्रेडिंग के बारे में जानें: इससे नुकसान की संभावना कम हो जाएगी और वीडियो देखकर या कोर्स करके ऐसा किया जा सकता है।
- पर्याप्त धनराशि रखें: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अनुशंसित राशि कम से कम ₹20,000-₹50,000 है, और स्विंग ट्रेडिंग के लिए यह कम से कम ₹1 लाख है।
- अपने लिए सबसे उपयुक्त ट्रेडिंग का प्रकार चुनें।
- चुने गए ट्रेडिंग प्रकार के बारे में सब कुछ जानें: इसमें कैंडलस्टिक और चार्ट पैटर्न को समझना और 5-6 प्रभावी स्ट्रेटजीयाँ सीखना शामिल है।
- असली पैसे का उपयोग करने से पहले स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने के लिए पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करें।
- इसमें शामिल रिस्कों से अवगत रहें और धोखाधड़ी से बचें और दिखावा करने वाले लोगों की सलाह का पालन न करें।
- स्टॉप लॉस सेट करके और एक अच्छी तरह से परिभाषित ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाकर नुकसान को कम करने पर ध्यान दें।
- गलतियों से सीखने और प्रगति को ट्रैक करने के लिए एक ट्रेडिंग जर्नल बनाए रखें।
कुल मिलाकर, ट्रेडिंग शुरू करने से पहले सीखना और अभ्यास करना आवश्यक है।
सफल ट्रेडर कैसे बनें – Share Market Me Trader Kaise Bane?
शेयर मार्केट सक्सेसफुल ट्रेडर बनने के लिए, इन चरणों का पालन करें:
डीमैट अकाउंट खोलें:
शेयर बाज़ार(Share market) में निवेश करने, ट्रेडिंग करने या म्यूचुअल फंड(Mutual Fund) में निवेश करने के लिए आपको डीमैट खाते(Demat account) की आवश्यकता होती है। डीमैट अकाउंट खोलने के लिए, आपको दिए गए लिंक(Angelone) पर क्लिक करना होगा। फिर, अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और उसे OTP से सत्यापित करें। उसके बाद, जारी रखें पर क्लिक करें और आगे के चरणों का पालन करें।
ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करें:
ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Acount)ट्रेडिंग की शुरुआत करने के लिए आपकिसी भी अच्छे ट्रेडिंग एप्लीकेशन(Best trading app) को डाउनलोड कर सकते हैं और उसमें अकाउंट ओपन कर सकते हैं एक बार आपका डीमैट अकाउंट खुल जाने के बाद, ब्रोकर का ऐप डाउनलोड करें।
ट्रेडिंग के बारे में जानें:
- घाटे की संभावना को कम करने के लिए ट्रेडिंग शुरू करने से पहले सीखने पर ध्यान दें।
- ट्रेडिंग पर वीडियो देखें या कोर्स करें।
- संभावित नुकसान को कम करने के लिए ट्रेडिंग के बारे में सीखना बहुत ज़रूरी है।
- आप संबंधित वीडियो देखकर या ट्रेडिंग कोर्स में दाखिला लेकर अपने ट्रेडिंग ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
ट्रेडिंग स्ट्रेटजीयाँ सीखें:
एक बार जब आप मूल बातें सीख लेते हैं, तो बाज़ार में काम करने वाली 5-6 स्ट्रेटजीयाँ सीखें।
- मूल बातें और कुछ कैंडलस्टिक और चार्ट पैटर्न सीखने के बाद, अगला कदम 5-6 स्ट्रेटजीयाँ सीखना है जो बाजार में काम करती हैं। अलग-अलग तरह के बाजारों में अलग-अलग स्ट्रेटजीयाँ काम करती हैं; कुछ तेजी वाले बाजारों में काम करती हैं, कुछ मंदी वाले बाजारों में और कुछ साइडवेज बाजारों में।
- असली पैसे का इस्तेमाल करने से पहले अपनी स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने के लिए पेपर ट्रेड करें।
- असली पैसे का इस्तेमाल करने से पहले अपनी स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने के लिए वेबसाइटों पर वर्चुअल ट्रेड करें।
पेपर ट्रेडिंग करें
असली पैसे का उपयोग करने से पहले अपनी स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने के लिए पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करें।पेपर ट्रेडिंग वास्तविक पैसे का उपयोग किए बिना अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने का एक तरीका है। आप अपने ट्रेडों को कागज़ पर लिखकर या वर्चुअल ट्रेडिंग वेबसाइट का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
अपने ट्रेडों को कागज़ पर लिखें –
ट्रैक करें कि आप अपनी स्ट्रेटजी के अनुसार कहाँ खरीदेंगे और कहाँ बेचेंगे, और ट्रेडों की एक श्रृंखला पर अपने समग्र लाभ या हानि की गणना करें।
वर्चुअल ट्रेडिंग वेबसाइट का उपयोग करें
ये वेबसाइट आपको वास्तविक बाज़ार डेटा के साथ ट्रेडिंग का अनुकरण करने की अनुमति देती हैं। पेपर ट्रेडिंग आपको यह जानने में मदद कर सकती है कि आपकी स्ट्रेटजी बिना किसी वास्तविक पैसे को रिस्क में डाले काम करती है या नहीं।
ट्रेडिंग जर्नल बनाए रखें:
अपने सभी ट्रेडों को ट्रैक करने के लिए एक डायरी रखें और नोट करें कि आपने लाभ या हानि क्यों की। सभी ट्रेडों को ट्रैक करने के लिए एक ट्रेडिंग जर्नल या डायरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है, जिसमें प्रत्येक ट्रेड करने के कारण और उसके परिणामस्वरूप होने वाले लाभ या हानि शामिल हैं।
इससे आपको अपनी गलतियों से सीखने और उन्हें याद रखने में मदद मिलेगी ताकि आप उन्हें दोहराने से बच सकें और अधिक पैसे न खो सकें।
स्टॉप लॉस सेट करें:
बड़े नुकसान को कम करने के लिए हमेशा स्टॉप लॉस सेट करें
स्टॉप लॉस एक ऐसा ऑर्डर है जो कीमत के एक निश्चित स्तर तक गिरने पर आपके शेयरों को स्वचालित रूप से बेच देता है। यह आपके नुकसान को सीमित करने का एक तरीका है अगर किसी शेयर की कीमत तेज़ी से गिरने लगे।
स्टॉप लॉस सेट करने के लिए, आपको शेयर पर क्लिक करना होगा और फिर “स्टॉप लॉस” ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। फिर, वह कीमत दर्ज करें जिस पर आप शेयर बेचना चाहते हैं और “लिमिट ऑर्डर प्लेस करें” पर क्लिक करें।
उदाहरण के लिए, यदि आप ₹10 पर कोई शेयर खरीदते हैं और आप ₹8 पर स्टॉप लॉस सेट करते हैं, तो कीमत ₹8 तक गिरने पर आपके शेयर अपने आप बिक जाएँगे। इससे आपको प्रति शेयर ₹2 से ज़्यादा का नुकसान होने से बचने में मदद मिलेगी।
ट्रेडिंग में होने वाले फ्रॉड से बचना चाहिए
आज के समय मार्केट में काफी ज्यादा ट्रेडिंग फ्रॉड बढ़ चुके हैं तो ऐसे में आपको बड़े-बड़े प्रॉफिट के चक्कर में नहीं आना है ज्यादा लालच नहीं करना हैऔर ट्रेडिंग में होने वाले फ्रॉड से बचना चाहिए, बड़े मुनाफे की पेशकश करने वाले या पैसे माँगने वाले धोखेबाजों से सावधान रहें।
बड़े-बड़े दावे करने वाले व्यक्ति से आपको बचना चाहिए
ट्रेडिंग में कई घोटालेबाज हैं जो आपके नुकसान से लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। वे बड़े मुनाफे का लालच दे सकते हैं या पैसे मांग सकते हैं। इन जाल में न फंसें। भले ही वे सबूत पेश करें, लेकिन यह संभवतः एक चाल है। कोई भी आपके लिए पैसा नहीं कमाएगा; अगर वे कर सकते हैं, तो वे इसे अपने पास रख लेंगे।
आँख बंद करके ट्रेड न करें:
आपको आंख मूंद करके ट्रेडिंग नहीं करनी है आपको बहुत ही सफलतम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को सीखना है उनकी प्रैक्टिस करनी है उसके बाद उसको अप्लाई करना हैअपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी के बारे में सोचने और उसे लागू करने के बाद ही ट्रेड करें।
कुल लाभ पर ध्यान दें:
आपको हर दिन प्रॉफिट पर ध्यान नहीं देना है और यह ध्यान नहीं करना है कि आपको हमेशा ही प्रॉफिट ही हो कभी-कभी आपको नुकसान हो जाए तो आपको ट्रेडिंग स्टॉप कर देनी है, हर दिन लाभ कमाने की उम्मीद न करें; कुछ दिन आपको हानि भी हो सकती है।
- ट्रेडिंग में मुनाफ़ा, खरीद और बिक्री मूल्य के बीच का अंतर होता है।
- वास्तविक मुनाफ़ा: वास्तविक मुनाफ़े की गणना मुनाफ़े-हानि के रूप में की जाती है, क्योंकि ट्रेडिंग में मुनाफ़ा और नुकसान दोनों की संभावना होती है।
- कुल मुनाफ़े पर ध्यान दें: हर दिन मुनाफ़ा कमाने की उम्मीद न करें। कुछ दिन आपको नुकसान हो सकता है, लेकिन ध्यान कुल मुनाफ़े पर होना चाहिए।
sabse acchi trading beginners – शुरुआती लोगों के लिए कौन सी ट्रेडिंग अच्छी रहेगी
अगर आप भी अभी ट्रेडिंग में नए-नए आए हैं तो आपके लिए दो ट्रेडिंग काफी अच्छी और प्रैक्टिस के लिए काफी बढ़िया रहेगी
इंट्राडे ट्रेडिंग:
एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना। इसके लिए न्यूनतम ₹20,000-₹50,000 की आवश्यकता होती है। यह रिस्क भरा है क्योंकि कीमतों में तेज़ी से उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन यह क्विक प्रॉफिट की संभावना भी प्रदान करता है।
स्विंग ट्रेडिंग:
शेयर खरीदना और उन्हें कुछ हफ़्तों से लेकर कुछ महीनों तक होल्ड करना। इसके लिए न्यूनतम ₹1 लाख की आवश्यकता होती है। यह इंट्राडे ट्रेडिंग से कम रिस्क भरा है, लेकिन मुनाफ़ा होने में अधिक समय लग सकता है।
Analysis के लिए महत्वपूर्ण इंस्ट्रूमेंट:
- ट्रेडिंगव्यू: एक वेबसाइट जो स्टॉक की कीमतों का Analysis करने के लिए चार्ट, कैंडलस्टिक्स और अन्य इंस्ट्रूमेंट प्रदान करती है।
- स्क्रीनर: एक वेबसाइट जो स्टॉक का मौलिक Analysis प्रदान करती है।
- सेंसिबुल: ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एकFree इंस्ट्रूमेंट, जो एंजेल वन डीमैट अकाउंटधारकों के लिए उपलब्ध है।
शुरुआती लोगों के लिए रोडमैप:
- सीखने पर ध्यान दें: वीडियो देखें, पाठ्यक्रम लें और विभिन्न ट्रेडिंग स्ट्रेटजीयों के बारे में जानें।
- कैंडलस्टिक और चार्ट पैटर्न सीखें: ये पैटर्न भविष्य की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाने में मदद कर सकते हैं।
- 5-6 स्ट्रेटजीयाँ सीखें: ऐसी स्ट्रेटजीयाँ खोजें जो अलग-अलग बाज़ार स्थितियों (तेज़ी, मंदी, साइडवेज़) में काम करती हों।
- पेपर ट्रेड या वर्चुअल ट्रेड: असली पैसे को रिस्क में डालने से पहले नकली पैसे से अपनी स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करें।
- नुकसान कम करें: अपनी पूंजी को बचाने और शुरुआत में छोटे-छोटे मुनाफ़े बनाने पर ध्यान दें।
- आँख बंद करके ट्रेड न करें: हमेशा एक स्ट्रेटजी बनाएँ और उस पर टिके रहें।
- ट्रेडिंग जर्नल बनाए रखें: अपने ट्रेड को ट्रैक करें और अपनी गलतियों से सीखें।
आम गलतियाँ जिनसे बचना चाहिए:
- स्टॉप लॉस सेट न करना: अगर शेयर की कीमत तेज़ी से गिरती है, तो स्टॉप लॉस ऑर्डर आपके नुकसान को सीमित करने में मदद कर सकता है।
- आँख बंद करके ट्रेडिंग करें: बिना किसी योजना या स्ट्रेटजी के ट्रेड न करें।
- रोज़ाना मुनाफ़ा कमाने की उम्मीद करना: कुछ दिन आप मुनाफ़ा कमाएँगे और कुछ दिन आप पैसे खो देंगे। कुल मुनाफ़े पर ध्यान दें।
- धोखेबाज़ों के झांसे में आना: ऐसे लोगों से सावधान रहें जो आपको मुनाफ़े की गारंटी देते हैं या पहले से पैसे माँगते हैं।
- याद रखें: ट्रेडिंग में रिस्क शामिल है और पैसे खोना संभव है। उस धन के साथ ट्रेडिंग न करें जिसे खोने का आप रिस्क नहीं उठा सकते।
ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट के लिए कुछ स्ट्रेटजीयाँ क्या हैं?
ट्रेडिंग करते समय हमेशा स्टॉप लॉस सेट करना महत्वपूर्ण है।
- इस बात पर भी ज़ोर देता है कि सीखना और Analysis रिस्क मैनेजमेंट के महत्वपूर्ण पहलू हैं।
- विभिन्न ट्रेडिंग प्रकारों, कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न को समझना आपको सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
- पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग आपको वास्तविक पैसे को रिस्क में डाले बिना स्ट्रेटजीयों का परीक्षण करने की अनुमति दे सकती है।
- ट्रेडिंग जर्नल रखने से प्रगति को ट्रैक करने और गलतियों से सीखने में मदद मिलती है।
- आंख बंद करके ट्रेडिंग करने से बचना और एक स्ट्रेटजी पर टिके रहना भी महत्वपूर्ण है।