निफ्टी क्या होता है ? निफ्टी का अर्थ, परिभाषा, और कार्य, Nifty में निवेश कैसे करें – Nifty meaning in Hindi

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Nifty meaning in Hindi, निफ्टी क्या होता है, Nifty full form in Hindi,निफ्टी में कितनी कंपनियां है 

निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज अर्थात NSE का एक इंडेक्स बेंचमार्क है, निफ्टी को निफ्टी 50 के नाम से भी जाना जाता है , निफ़्टी NSE का इंडेक्सिंग बेंचमार्क है। Nifty की स्थापना 1996 में की गया किया गया था उसे समय इसका नाम CNX Nifty था। आगे चलकर 2015 में निफ्टी का नाम Nifty 50 का नाम दिया गया।

शुरुआत में इसकी वैल्यू 1000 थी लेकिन आज के समय निफ्टी की वैल्यू लगभग 22,096. पहुंच चुकी है।आपने भी निफ्टी के बारे मेंटीवी चैनल अखबार और बिजनेस प्रोग्राम्स में अवश्य सुना होगा तो आपके मन में भी उठना होगा कि निफ्टी क्या है निफ्टी की स्थापना कब हुई नियुक्ति का उपयोग क्या है क्या निफ्टी में हम पैसे कमा सकते हैं निफ्टी में निवेश कैसे करें 

अगर आप भी निफ्टी के बारे में पर्याप्त जानकारी चाहते हैं तो आपको यह लेख शुरू से लेकर अंत तक पढ़ना है चलिए जानते हैं कि निफ्टी 50 की स्थापना कैसे हुई औरआज के निफ्टी की मार्केट में स्थिति क्या है 

Nifty meaning in Hindi

विषय सूची

Nifty kya hota hai – निफ्टी क्या होता है?

निफ़्टी मुख्य रूप से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज अर्थात NSE का इंडेक्स बेंचमार्क है निफ्टी को हम NSE का सूचकांक भी कह सकते हैं।जिस प्रकार से मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स बेंचमार्क सेंसेक्स है उसी प्रकार से निफ्टी भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ही बेंचमार्क है। Nifty के माध्यम से हम NSE के अंदर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट स्थिति को जान सकते हैं 

निफ्टी 50 में शामिल 50 सबसे बड़ी कंपनियां देश की विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से आती है जो एक साथ मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था भारतीय शेयर मार्केट का संकेत देती हैं।

Nifty का पालन India Index Services & Products Limited (IISL) करती है, 

Nifty full form  in Hindi – निफ्टी का पूरा नाम क्या है 

Nifty की  full form है  “National Stock Exchange of Nifty-50” इसमें NSE  की शीर्ष 50 कंपनियां होती हैं जो कि भारतीय शेयर मार्केट में अच्छा प्रदर्शन कर रही होती हैं और अच्छा मुनाफा कमा रही हो

Nifty meaning in Hindi – निफ्टी का मतलब क्या होता है 

निफ्टी का मतलब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बाजार सूचकांक होता है जिसे हम निफ्टी 50 के नाम से जानते हैं निफ्टी 50 में शामिल 50 सबसे बड़ी कंपनियां देश की विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से आती है जो एक साथ मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था भारतीय शेयर मार्केट का संकेत देती हैं ।

 

निफ्टी की शुरुआत कब हुई?निफ्टी का आधार वर्ष क्या है?

निफ्टी की शुरुआत 1996 में हुई थी शुरुआत में निफ्टी को CNX Nifty नाम से जाना जाता था। आगे चलकर निफ्टी को  2015 में Nifty 50 नाम दे दिया गया। निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट 1,600 से अधिक शेयरों में से 50 सबसे बड़े मार्केट कैप वाले कंपनी के SHARE का पालन करता है।

NSE ने सन 1995 में  वीडियो  Screen   और  automatic trading system  के द्वारा ट्रेडिंग करना शुरू कर दिया था  इसके फल स्वरुप  भारतीय शेयर मार्केट में एक डिजिटल क्रांति आइए और लोग कागज कार्यवाही को छोड़कर डिजिटल रूप से ट्रेडिंग करने लगे NSE भारतीय शेयर मार्केट में  इंटरनेट के द्वारा ट्रेडिंग करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था

शेयर मार्केट में डिजिटल  क्रांति आने के बाद में Nifty  और Sensex पर नजर रखना बहुत ही आसान हो गया  अब इनकी खबर कुछ ही मिनटों में trading Broker और  शेयर मार्केट निवेशक के पास आ जाया करती थी इसके फलस्वरूप वह लोग दिन में बहुत ज्यादा ट्रेड करते थे और अच्छा मुनाफा कमाते थे

 

निफ़्टी में कितनी कंपनी है ? – nifty me kitni company hai

निफ्टी में 50 कंपनियां होती हैं जो मार्केट में काफी अच्छा परफॉर्म कर रही हो और उनकी मार्केट कैपिटल भी काफी अच्छी होती है  

देश के  औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख 12 सेक्टर से  50 कंपनियों का Nifty  के लिए  किया गया था  इन कंपनियों को NSE के अंदर पहले से ही List होना पड़ता है और बाजार में बहुत ही अच्छा परफॉर्मेंस करना पड़ता है हमें निफ्टी में निवेश करने के लिए ब्रोकर का चुनाव करना बहुत ही आवश्यक है बिना Broker  के हम निफ्टी में निवेश नहीं कर सकते हैं

 

नंबर  कंपनियों के नाम  कार्य क्षेत्र 
1 Reliance Industries Ltd Oil & Gas – Refining & Marketing
2 Tata Consultancy Services Ltd IT Services & Consulting
3 HDFC Bank Ltd Private Banks
4 Infosys Ltd IT Services & Consulting
5 ICICI Bank Ltd Private Banks
6 Hindustan Unilever Ltd FMCG – Household Products
7 State Bank of India Public Banks
8 Bharti Airtel Ltd Telecom Services
9 Housing Development Finance Corporation Ltd Home Financing
10 Adani Enterprises Ltd Commodities Trading
11 ITC Ltd FMCG – Tobacco
12 Bajaj Finance Ltd Consumer Finance
13 Kotak Mahindra Bank Ltd Private Banks
14 HCL Technologies Ltd IT Services & Consulting
15 Asian Paints Ltd Paints
16 Larsen & Toubro Ltd Construction & Engineering
17 Maruti Suzuki India Ltd Four Wheelers
18 Bajaj Finserv Ltd Insurance
19 Axis Bank Ltd Private Banks
20 Sun Pharmaceutical Industries Ltd Pharmaceuticals
21 Titan Company Ltd Precious Metals, Jewellery & Watches
22 Wipro Ltd IT Services & Consulting
23 UltraTech Cement Ltd Cement
24 Nestle India Ltd FMCG – Foods
25 Adani Ports and Special Economic Zone Ltd Ports
26 Oil and Natural Gas Corporation Ltd Oil & Gas – Exploration & Production
27 JSW Steel Ltd Iron & Steel
28 NTPC Ltd Power Generation
29 Power Grid Corporation of India Ltd Power Transmission & Distribution
30 Tata Motors Ltd Four Wheelers
31 Mahindra and Mahindra Ltd Four Wheelers
32 Coal India Ltd Mining – Coal
33 Tata Steel Ltd Iron & Steel
34 SBI Life Insurance Company Ltd Insurance
35 HDFC Life Insurance Company Ltd Insurance
36 Grasim Industries Ltd Cement
37 Bajaj Auto Ltd Two Wheelers
38 Tech Mahindra Ltd IT Services & Consulting
39 Britannia Industries Ltd FMCG – Foods
40 Hindalco Industries Ltd Metals – Aluminium
41 Eicher Motors Ltd Trucks & Buses
42 Cipla Ltd Pharmaceuticals
43 Indusind Bank Ltd Private Banks
44 Divi’s Laboratories Ltd Labs & Life Sciences Services
45 Dr Reddy’s Laboratories Ltd Pharmaceuticals
46 Tata Consumer Products Ltd Tea & Coffee
47 Bharat Petroleum Corporation Ltd Oil & Gas – Refining & Marketing
48 Apollo Hospitals Enterprise Ltd Hospitals & Diagnostic Centres
49 UPL Ltd Fertilizers & Agro Chemicals
50 Hero MotoCorp Ltd Two Wheelers

 

Nifty का काम क्या है – Nifty work in Hindi 

Nifty का कार्य nse के द्वारा चयनित उन 50 शीर्ष कंपनियों पर नजर रखना होता है कि वह बाजार में कैसा प्रदर्शन कर रही है यदि मान लो बाजार में उनके प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा है तो ऐसे हालातों में कंपनी को बहुत ही ज्यादा फायदा होता है और उनके फायदे की वजह सेकंपनी के शेयरों के भी भाव बढ़ते हैं फल स्वरुप निफ्टी में भी वृद्धि होती है या निफ्टी का भी अंक ऊपर चढ़ता है

ठीक इसी तरह यदि index या चयनित  शीर्ष कंपनियां बाजार में अपना प्रदर्शन सही नहीं करती है या उनके प्रोडक्ट की डिमांड मार्केट में बहुत ही कम है तब ऐसे में  उनको बहुत ही ज्यादा घाटा होता है इसी के चलते उनकी कंपनी  के शेयरों का दाम भी कम हो जाता है इसके चलते ही बाजार में मंदी आ सकती है ऐसे समय में हम Nifty  मैं भी गिरावट देख सकते हैं इसका भी अंक बहुत नीचे आ जाता है

निफ्टी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव 

दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे कि Nifty  और  भारतीय अर्थव्यवस्था में क्या संबंध है यह किस प्रकार एक दूसरे पर निर्भर होते हैं इसमें मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह दोनों बहुत ही ज्यादा एक दूसरे पर निर्भर होते हैं और इनमें गहरा संबंध है

दोस्तों जैसा कि Nifty  का ऊपर जाना हमें बताता है कि यह कंपनी बहुत ही ज्यादा फायदे में है या कंपनी एक अच्छा मुनाफा कमा रही है अपना काम बहुत अच्छा कर रही है जितना ज्यादा भारतीय कंपनी  अच्छा  मुनाफा कमाएंगे और अपने बिजनेस को पूरे देश भर में तथा इंटरनेशनल बनाएंगी उतना ही वह कंपनी भारतीय सरकार को टैक्स देगी और भारत के बेरोजगार युवकों को रोजगार देगी तथा भारत के अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी

Nifty बाजार की चाल को दर्शाती है तथा बाजार के होने वाले उतार-चढ़ाव को भी बताती है यदि आपको शेयर बाजार के बारे में जानना है तो आपको Nifty  के बारे में अवश्य जान लेना चाहिए या पढ़ लेना चाहिए

 

इन्वेस्टर के लिए निफ्टी का महत्व 

निफ़्टी भारतीय शेयर बाजार में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बहुत ही महत्वपूर्ण बेंचमार्क इंडेक्स है या हम इसे बाजार सूचकांक का सकते हैं इसलिए निफ्टी नहीं इन्वेस्टर के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है 

पोर्टफोलियो में अच्छे प्रदर्शन के लिए बेंचमार्क 

निफ़्टी भारतीय शेयर बाजार का एक महत्वपूर्ण बाजार सूचकांक है जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। मार्केट में आने वाले नए इन्वेस्टर और पुराने इन्वेस्टरएस निफ़्टी फिफ्टी को एक मार्केट बेंचमार्क के रूप में उपयोग करते हैं जिससे उनका पोर्टफोलियो अच्छा बना रहे।

बाज़ार के रुझान और धारणा पर नज़र रखना

निफ़्टी मार्केट में आने वाले नए इन्वेस्टर और पुराने व्यापारियों को विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों के प्रदर्शन सहित सभी बाजारों के रुझानों और होने वाली हलचल तथा मार्केट की भावनाओं को ट्रैक करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है जो की काफीमददगार साबित होता है। यह जानकारी नए इन्वेस्टर और व्यापारी के लिए काफी मददगार साबित होती है।

निफ़्टी परफॉर्मेंस के आधार पर इन्वेस्ट करना 

शेयर मार्केट में आने वाले कई सारे नए इन्वेस्टर और पुराने व्यापारी निफ्टी को निवेश यापैसा इन्वेस्ट करने के एक बेंचमार्क के रूप में उपयोग करते हैं।

यह लोग निफ्टी का टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस करते हैंजिससे मार्केट की दिशा का अंदाजा लगाया जा सके और उसी हिसाब से अपना पैसा निवेश करते हैंऔर अच्छा पोर्टफोलियो का निर्माण करते हैं।

 

निफ्टी 50 का निर्माण कैसे किया जाता है – निफ्टी 50 कैसे बनता है 

NSE के अंदर लिस्टेड उन 50 कंपनियों के शेयर के बारे में गणना करना होता है जबकि NSE  अर्थात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 6000 से ऊपर कंपनियां लिस्टेड होती है लेकिन Nifty  के अंदर उनका चुनाव करने के लिए उनके बाजार परफॉर्मेंस को देखा जाता है कि इन्होंने पूरे साल में बाजार में कैसा प्रदर्शन किया है

Nifty के अंदर  उन चयनित  50 शीर्ष कंपनियों के शेयरों का ही खरीद-फरोख्त होता है Nifty मैं चयनित यह 50 कंपनियां देश के अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों या सेक्टरों से चुनी जाती हैं इन 50 कंपनियों का मार्केट वैल्यू पूरे मार्केट का  60% होता है जब इन कंपनियों के शेयर ज्यादा खरीदे जाते हैं तब Nifty  ऊपर जाता है , जब मंदी आ जाती है तब Nifty  अपने स्थान पर रुक जाता है, फिर यह नीचे आने लगता है

Nifty का चुनाव करने के लिए बैंकिंग क्षेत्र के अर्थशास्त्री और देश के बड़े बड़े अर्थशास्त्री आते हैं और एक Index Committee का गठन करते हैं फिर Nifty  का चुनाव करते हैं

 

Nifty और Sensex में अंतर क्या है – निफ़्टी सेंसेक्स में अंतर 

दोस्तों वैसे तो Sensex  और Nifty  दोनों ही  स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्स बेंच मार्क है मतलब Sensex  और Nifty  के कारण ही  इनके स्टॉक एक्सचेंज के प्रदर्शन के बारे में जानकारी मिलती है लेकिन फिर भी इन दोनों में काफी भिन्नता है हैं

जहां एक तरफ BSE  मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में सिर्फ 30 कंपनियां का चुनाव करके Sensex  का गठन किया जाता है Sensex बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से संबंध रखता है इसका मार्केट वैल्यू कम है इनकी कंपनियां देश की जानी मानी और बहुत अच्छी कंपनी है 

दूसरी तरफ NSE  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में  अर्थशास्त्रियों द्वारा 50 शीर्ष कंपनियों का चुनाव करके Nifty  का गठन किया जाता है Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से संबंध रखता है इनका मार्केट वैल्यू बहुत ज्यादा है और इनकी कंपनियां मार्केट में बहुत अच्छा परफॉर्मेंस कर रही होती है

चाहे इन दोनों में कितना भी अंतर हो लेकिन इन दोनों का कार्य ही मार्केट में इनके स्टॉक एक्सचेंज के प्रदर्शन और शेयर बाजार के बारे में जानकारी देना होता है

 

Nifty के फायदे क्या है – Nifty benefits in Hindi 

दोस्तों Nifty में  सारे फायदे होते हैं  लेकिन आपको प्रमुख प्रमुख फायदे जान लेने चाहिए चलिए जानते हैं  Nifty के कारण  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज  के प्रदर्शन के बारे में जानकारी मिल जाती है कि यह कैसा परफॉर्मेंस कर रहा है और कितने फायदे में रहा है

Nifty के कारण बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव और बाजार में आने वाली मंदी के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाती है निवेशक Nifty  के द्वारा बाजार के बारे में सटीक अनुमान लगा सकते हैं

Nifty के द्वारा हमें देश की अर्थव्यवस्था के बारे में भी मालूम पड़ता है कि यदि Nifty  में  वृद्धि होती है तो हमारे बाजार में अच्छा निवेश आता है  जिसके कारण भारत की अर्थव्यवस्था मौजूद होती है

निफ्टी में कुल कितनी कंपनियां हैं?

निफ्टी में लगभग 50 कंपनियां शामिल होती हैं जो कि देश के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्र से आती है

निफ्टी 100 में कितनी कंपनियां हैं?

निफ्टी 100 में  शीर्ष 100 कंपनियों मौजूद है जो कि देश की विभिन्न 100 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है।

निफ्टी 50 में कितने शेयर हैं?

निफ्टी में भारतीय शेयर बाजार के विभिन्न क्षेत्रों के 50 लार्ज-कैप स्टॉक शामिल हैं

निफ्टी कब आया?

NSE निफ्टी इंडेक्स की शुरुआत अप्रैल 1996 में हुई थी

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