मार्केट वैल्यू का मतलब किसी कंपनी के शेयरों का करंट स्टॉक वैल्यू होती है। यह शेयर बाजार में डिमांड और सप्लाई की ताकतों द्वारा निर्धारित होता है। यह कंपनी की भविष्य की संभावनाओं के बारे में बाजार की धारणा को दर्शाता है, जिसमें विकास और प्रॉफिटेबिलिटी की संभावना भी शामिल है।
Market value किसी कंपनी के स्टॉक के एक हिस्से की करंट प्राइस है। यह मार्केट के द्वारा निर्धारित किया जाता है और निवेशक स्टॉक खरीदने या बेचने के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए मार्केट वैल्यू का उपयोग करते हैं।
अक्सर हम लोग शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी के Share की Market value book value और Face value को देखकर कंफ्यूज हो जाते हैं और इन वैल्यू के बारे में सोचने लगते हैं और जानना चाहते हैं कि Market value क्या है Market value meaning in Hindi, फेस वैल्यू क्या है बुक वैल्यू क्या होती है कैसे निर्धारित होती है चलिए विस्तार से जानते हैं
Market value क्या है? – market value meaning in Hindi
Market value का हिंदी में मतलब ‘बाजार मूल्य’ होता है Market value का उपयोग सामान्य तौर पर किसी भी कंपनी के केपीटलाइजेशन(Market capitalisation) या उसकी बाजार में जो कीमत है उस को दर्शाने के लिए किया जाता है
किसी भी कंपनी का मार्केट वैल्यू निवेशकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है वे उस मार्केट वैल्यू को देख कर ही अपना इन्वेस्टमेंट(Investment)उस कंपनी में करते हैं
शेयर मार्केट में कंपनी के मार्केट वैल्यू की रेंज बहुत बड़ी होती है छोटी छोटी कंपनियों के लिए यह 500 करोड़ तक होती है लगभग एक सक्सेसफुल कंपनी के लिए यह लाखों-करोड़ों में होती है
मार्केट वैल्यू की विशेषताएं
- मार्केट वैल्यू वह कीमत है जिस पर कोई शेयर(Share) वर्तमान में शेयर बाजार में ट्रेड कर रहा है।
- मार्केट वैल्यू डिमांड और सप्लाई, कंपनी के प्रदर्शन, उद्योग के रुझान, आर्थिक स्थितियों और निवेशक भावना से प्रभावित होता है।
- मार्केट वैल्यू दर्शाता है कि निवेशक स्टॉक के एक शेयर के लिए कितना भुगतान करने को तैयार हैं, जो कंपनी के कथित मूल्य(perceived value) को दर्शाता है।
- किसी कंपनी के मार्केट वैल्यू की गणना प्रति शेयर मौजूदा मार्केट वैल्यू को बकाया शेयरों की कुल संख्या से गुणा करके की जाती है।
- कंपनी की संपत्ति, ब्रांड मूल्य, बौद्धिक संपदा और विकास क्षमता जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर मार्केट वैल्यू बुक वैल्यू (शेयरधारक की इक्विटी) से अधिक या कम हो सकता है।
- मूल्य-से-बुक (पी/बी) अनुपात की गणना प्रति शेयर मार्केट वैल्यू को प्रति शेयर बुक वैल्यू से विभाजित करके की जाती है।
- यह निवेशकों को यह आकलन करने में मदद करता है कि कोई शेयर अपनी संपत्ति की तुलना में अधिक मूल्यवान है या कम मूल्यवान।
मार्केट वैल्यू कैलकुलेट कैसे करें
किसी कंपनी के शेयर का मार्केट वैल्यू एक शेयर के मौजूदा मार्केट वैल्यू को बकाया शेयरों की कुल संख्या से गुणा करके निकाला जाता है। यहाँ सूत्र दिया गया है:
मार्केट वैल्यू = प्रति शेयर मौजूदा मार्केट वैल्यू * बकाया शेयरों की कुल संख्या
Market value formula in Hindi –
Market value formula In Hindi – दोस्तों आपने अभी तक जाना Market value क्या होता है और किस प्रकार महत्वपूर्ण है अब हम जानेंगे कि Market value formula क्या है
Market value Of a company = Numbers of outstanding share * Per Shares market price
किसी कंपनी की मार्केट वैल्यू = कंपनी के बकाया शेयरों की संख्या * प्रत्येक शेयर का मार्केट वैल्यू
Market value Important क्यों है – Importance of market value
किसी भी कंपनी में बड़ी-बड़ी Investment लाने में उस कंपनी के Market value की बहुत ही अहम भूमिका होती है
अक्सर समय ऐसा देखा गया है कि बड़े-बड़े इन्वेस्टर किसी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने से पहले उसके मार्केट वैल्यू और उसकी भविष्य के प्लान तथा कंपनी के विजन और कंपनी के बिजनेस प्लान को अच्छी तरह जांच और परख करते हैं और उसके बाद ही वह इन्वेस्टमेंट करते हैं
Market value में बदलाव – Market value changes in Hindi
किसी भी कंपनी के मार्केट वैल्यू में कभी भी अंतर आ सकता है या बदलाव आ सकता है यह बदलाव तब तक आता है जब तक कि शेयर मार्केट खुला रहता है क्योंकि उस कंपनी के शेयर कभी भी उठ सकते हैं तथा गिर सकते हैं यह मार्केट डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है
लेकिन अक्सर ऐसा देखा जाता है की Market value में बदलाव कॉरपोरेट एक्शन के द्वारा आता है जैसे Bonus share issue करना, कंपनी के Stock split करना इत्यादि एक्शन के द्वारा कंपनी के मार्केट वैल्यू में बदलाव आता है
Market value और Book value में अंतर क्या है –
किसी भी कंपनी के शेयरों के लिए मार्केट वैल्यू और बुक वैल्यू दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है चलिए जानते हैं मार्केट वैल्यू और बुक वैल्यू में अंतर क्या होता है
- मार्केट वैल्यू किसी भी कंपनी की कीमत को या उसकी बिजनेस की कीमत को उसके शेयरधारकों के हिसाब से बताती है
- जबकि बुक वैल्यू किसी भी बिजनेस की कीमत को उसके बिजनेस के फाइनेंसियल स्थिति के हिसाब से बताती है
- बुक वैल्यू किसी भी कंपनी के इक्विटी की कीमत को निश्चित करता है जो कंपनी के शेयरधारकों को कंपनी परीसमापन की स्थिति में प्रदान करती है
- जब की मार्केट वैल्यू आसानी से निर्धारित की जा सकती है और यह उस समय बदलती है जब स्टॉक स्प्लिट(Stock split) हो जाए या कंपनी कोई बोनस शेयर(Bonus share) निकालती हो