SWP kya hai | म्यूचुअल फंड में SWP क्या है? अर्थ, प्रकार,फायदे और नुकसान ,टैक्स – SWP in mutual fund in hindi

SWP का मतलब सिस्टमेटिक विड्रॉल प्लान होता है। जिसमें SWP निवेशकों को अपने निवेश से रेगुलर रूप से पैसे निकालने की अनुमति देता है, जिससे इन्वेस्टर को रेगुलर इनकम प्राप्त होती है। यह है सिस्टमैटिक इन्वेस्टिंग प्लेन से बिल्कुल ही विपरीत है म्युचुअल फंड में SWP यह तरीका उन लोगों के लिए काफी अच्छा है … Read more

STP म्युचुअल फंड क्या है? सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP), अर्थ, प्रकार, टैक्स – STP in mutual fund in Hindi

म्युचुअल फंड में STP का मतलब है सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान, जो एक ही AMC के भीतर म्युचुअल फंड प्लान के बीच निवेश स्विच करने का एक तरीका है। यह एक योजना से यूनिटों को रिडीम करके और इनकम को दूसरी योजना में निवेश करके किया जाता है। STP का उपयोग Debt स्कीम से Equity स्कीम … Read more

इक्विटी फंड और इंडेक्स फंड में अंतर- कौन सा फंड बेहतर है? – Equity fund vs index funds in hindi

इक्विटी फंड और इंडेक्स फंड। इक्विटी फंड को एक्टिव तरीके से मैनेज किया जाता है और बड़े-बड़े फंड मैनेजर शेयर मार्केट और इक्विटी में अपना पैसा निवेश करते हैं, जबकि इंडेक्स फंड एक विशेष मार्केट इंडेक्स की परफॉर्मेंस को ट्रैक करते हैं। दोनों के फायदे और नुकसान हैं। इक्विटी फंड संभावित रूप से ज्यादा रिटर्न … Read more

इक्विटी और डेट फंड में क्या अंतर है? – 8 मुख्य अंतर – Equity vs Debt fund in hindi

इक्विटी म्यूचुअल फंड और डेट म्यूचुअल फंड के बीच बहुत सारे अंतर होते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड फंड हैं जो निवेशकों को लिस्टेड और गैर-लिस्टेड कंपनियों में शेयर खरीदने और बेचने की अनुमति देते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड पर रिटर्न मार्केट परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है, जबकि डेट म्यूचुअल फंड अधिक स्थिर रिटर्न देते … Read more

Mutual Fund kitna Return deta hai – म्यूचुअल फंड में कितना रिटर्न मिलता है? म्यूचुअल फंड में मिलने वाला ब्याज

म्युचुअल फंड में हर साल अच्छा रिटर्न मिलता है जिसमें से: लिक्विड फंड: 5-6%, कभी-कभी 7% तक। डेट फंड: 8-12% इक्विटी फंड: ब्लू-चिप फंड: 12-15% मिडकैप और स्मॉल-कैप फंड: 15-20% तक का रिटर्न मिलता है  म्यूचुअल फंड बैंकों की तरह फिक्स रिटर्न नहीं देता है। म्युचुअल फंड मिलने वाला रिटर्न हर साल अलग-अलग होते हैं … Read more

लिक्विड फंड क्या है? लिक्विड फंड में निवेश कैसे करें, फायदे और नुकसान – Liquid fund meaning In Hindi 

Liquid fund meaning In Hindi , लिक्विड फंड क्या है? – लिक्विड फंड एक प्रकार का Dedt म्यूचुअल फंड होता है इस फंड के द्वारा 91 दिनों तक की शेष मेच्योरिटी पीरियड वाली सिक्योरिटीज में निवेश किया जाता है। लिक्विड फंड एक प्रकार का डेट म्यूचुअल फंड है जो 91 दिनों तक की मेच्योरिटी पीरियड … Read more

(न्यू फंड ऑफर)NFO क्या है?, NFO का अर्थ, NFO में निवेश कैसे करें? फायदे और नुकसान -NFO Meaning in Hindi

NFO Meaning in Hindi,(न्यू फंड ऑफर)NFO क्या है?, NFO का अर्थ, NFO में निवेश कैसे करें –  एनएफओ (न्यू फंड ऑफर) एक म्यूचुअल फंड है जिसे पहली बार जनता को बिक्री के लिए पेश किया जा रहा है। यह बिल्कुल आईपीओ की तरह होता है इसके द्वारा अभी नए निवेशकों से फंड इकट्ठा किया जाता … Read more

Mutual Fund क्या है ? म्युचुअल फंड का अर्थ, विशेषताएं, निवेश कैसे करें – What is Mutual Fund in Hindi

म्युचुअल फंड क्या है ? What is Mutual Fund in Hindi, Mutual Fund Meaning in Hindi  – म्यूचुअल फंड एक प्रकार का निवेश है म्युचुअल फंड में काफी सारे निवेशकों से पैसा एकत्र किया जाता है और विभिन्न प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। फंड का प्रबंधन एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है। … Read more

डेट म्युचुअल फंड क्या है? Debt Fund में इन्वेस्ट कैसे करें? फायदे और नुकसान , रिस्क, रिटर्न – Debt fund in Hindi 

डेट फंड क्या है? Debt fund meaning in Hindi – डेट फंड(Debt Fund) अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंड होते हैं डेट फंड ज्यादातर कॉरपोरेट और सरकारी बॉन्ड, ट्रेजरी बिल और अन्य डेट इंस्ट्रूमेंट जैसी फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। इनका इस्तेमाल केंद्र और राज्य सरकारों और बैंकों जैसी संस्थाओं द्वारा पूंजी जुटाने के लिए … Read more

इक्विटी फंड क्या है? इक्विटी फंड में निवेश कैसे करें, फायदे और नुकसान, Risk,टैक्स बेनिफिट – Equity fund in Hindi

Equity fund in Hindi, इक्विटी फंड क्या है – इक्विटी फंड एक प्रकार का म्युचुअल फंड होता है जो की टोटल पूंजी को शेयर मार्केट में निवेश करता है। इक्विटी फंड में काफी लोगों से पैसा इकट्ठा किया जाता है और इसे शेयर मार्केट में विभिन्न सेक्टर के शेयर्स में निवेश किया जाता है। इक्विटी … Read more