लार्ज कैप स्टॉक क्या है? लार्ज कैप स्टॉक के फायदे और नुकसान – large cap stocks meaning in hindi 

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large cap stocks meaning in hindi, लार्ज कैप स्टॉक क्या है? – लार्ज कैप स्टॉक ऐसी कंपनियों के स्टॉक होते हैं जो की मार्केट केपीटलाइजेशन के मामले में मार्केट में टॉप 100 में होती है। ये कंपनियाँ बहुत बड़ी हैं और NSE पर कुल मार्केट केपीटलाइजेशन का 74.8% रिप्रेजेंट करती हैं। लार्ज कैप स्टॉक में मध्यम रिटर्न की संभावना होती है क्योंकि ये कंपनियाँ इतनी बड़ी होती हैं कि उन्हें और अधिक विकसित करना मुश्किल लगता है।

लार्ज कैप स्टॉक में रिस्क कम होता है और लिक्विडिटी बहुत अधिक होती है। संस्थागत इन्वेस्टक लार्ज-कैप कंपनियों में बड़ी मात्रा में इन्वेस्ट करते हैं। भारत में लार्ज कैप कंपनियों के उदाहरण हैं रिलायंस, टीसीएस, इंफोसिस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एलएंडटी।

मार्केट केपीटलाइजेशन के हिसाब से अलग-अलगकंपनियों के स्टॉक होते हैं जिनमें से लार्ज कैप मिड कैप स्माल कैप कंपनी के स्टॉक होते हैं जिन्हें हम लार्ज कैप स्टॉक्स मिडकैप स्टॉक्स एंड स्मॉल कैप कहते हैं।शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखने वाले नए-नए इन्वेस्टक को अलग-अलग प्रकार के शेयर के बारे में जानकारी नहीं होती है 

 अगर आप भी जानना चाहते हैं लार्ज कैप स्टॉक क्या होता है? large cap stocks in hindi, लार्ज कैप स्टॉक का मतलब क्या होता है? large cap stocks meaning in hindi , लार्ज कैप स्टॉक के फायदे और नुकसान, चलिए विस्तार से जानते हैं 

large cap stocks meaning in hindi 

विषय सूची

लार्ज कैप स्टॉक क्या है? What is large cap stock in Hindi

लार्ज कैप स्टॉक उन कंपनियों के स्टॉक होते हैं जिनका मार्केट केपीटलाइजेशन बड़ा होता है। भारत में बाजार नियामक सेबी के अनुसार, लार्ज कैप कंपनियां पूर्ण मार्केट केपीटलाइजेशन के मामले में टॉप 100 कंपनियां हैं। दूसरे शब्दों में, वे बाजार प्राइस के हिसाब से टॉप 100 कंपनियां हैं।

ये कंपनियां आम तौर पर अच्छी तरह से स्थापित होती हैं और उनका ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत होता है। उन्हें अक्सर मिड-कैप या स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में कम रिस्क भरा माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे आर्थिक मंदी का सामना करने की अधिक संभावना रखते हैं और दिवालिया होने की संभावना कम होती है।

लार्ज कैप स्टॉक का मतलब क्या होता है? – large cap stocks meaning in hindi 

लार्ज कैप स्टॉक का मतलब उन कंपनियों के स्टॉक(SHARE) होते हैं जिनका मार्केट कैपिटलाइज़ेशन बड़ा होता है। लार्ज-कैप माने जाने वाली कंपनियों के लिए कोई निश्चित सीमा नहीं है, लेकिन आम तौर पर, सेबी(SEBI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, यह बाजार प्राइस के हिसाब से टॉप 100 कंपनियाँ होती हैं।

मिड-कैप या स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में लार्ज कैप स्टॉक कम अस्थिर होते हैं। इसका मतलब है कि उनकी कीमतों में दैनिक आधार पर उतना उतार-चढ़ाव नहीं होता है। यह उन्हें उन इन्वेस्टर्स के लिए एक अच्छा ऑप्शन बना सकता है जो स्थिरता की तलाश में हैं।

म्यूचुअल फंड(Mutual Fund) और विदेशी संस्थागत इन्वेस्टक(Foreign Institutional Investors) जैसे संस्थागत इन्वेस्टक( Institutional Investors) लार्ज कैप कंपनियों में भारी इन्वेस्ट करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें सुरक्षित इन्वेस्ट के रूप में देखा जाता है।

भारत में लार्ज कैप कंपनियों के कुछ उदाहरणों में रिलायंस, टीसीएस, इंफोसिस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एलएंडटी शामिल हैं। ये सभी प्रसिद्ध कम्पनियां हैं जिनका सफलता का लंबा इतिहास है।

लार्ज कैप स्टॉक क्राइटेरिया – Cap stock Criteria in Hindi

लार्ज-कैप स्टॉक निर्धारित करने के मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन यहाँ आम तौर पर क्या माना जाता है, इसका विवरण दिया गया है, खासकर भारत में:

मार्केट केपीटलाइजेशन: 

प्राथमिक कारक। हालांकि कोई सख्त कटऑफ नहीं है, लेकिन लार्ज-कैप कंपनियाँ आम तौर पर बाजार प्राइस के हिसाब से टॉप 100 कंपनियों में आती हैं। यह भारत में सेबी के दिशा-निर्देशों पर आधारित है।

सेबी की परिभाषा: 

सेबी(sebi) ने लार्ज-कैप कंपनियों को पूर्ण मार्केट केपीटलाइजेशन के संदर्भ में 1 से 100 तक की रैंकिंग वाली कंपनियों के रूप में परिभाषित किया है। यह इन्वेस्टर्स और म्यूचुअल फंड(Mutual Fund) के लिए अधिक ठोस दिशा-निर्देश प्रदान करता है।

स्थापित और स्थिर: 

लार्ज-कैप कंपनियाँ आमतौर पर मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के साथ अच्छी तरह से स्थापित होती हैं। उन्हें मिड या स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में कम रिस्क भरा माना जाता है।

कम अस्थिर: 

लार्ज-कैप स्टॉक में छोटी कंपनियों की तुलना में कम प्राइस में उतार-चढ़ाव होता है, जो अधिक स्थिरता प्रदान करता है।

संस्थागत इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक: 

उनकी कथित सुरक्षा के कारण, लार्ज-कैप स्टॉक अक्सर म्यूचुअल फंड और विदेशी संस्थागत इन्वेस्टर्स से महत्वपूर्ण इन्वेस्ट आकर्षित करते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव और बायबैक जैसी कंपनी की कार्रवाइयों जैसे कारकों के कारण मार्केट केपीटलाइजेशन समय के साथ बदल सकता है। इसलिए, लार्ज-कैप कंपनियों की सूची स्थिर नहीं है और इसे समय-समय पर अपडेट किया जा सकता है।

 

सबसे अच्छी लार्ज कैप स्टॉक की सूची 

 

Stock Market Cap (₹ crores) P/E Ratio Sector Key Strengths
HDFC Fund 88,000 16.2 Finance Consistent sales and profit growth, moderate gross NPA
Shriram Finance 88,000 13.4 Finance High consistency in sales and profit growth, low gross NPA
Asian Paints 2,73,000 50 Paint Industry Market leader with 54% share, consistent earnings growth
Tata Motors 1,25,000 Automobile Recently become profitable, potential bet for risk-tolerant investors
Tata Power 1,25,000 36.8 Power Focus on renewable energy, strong government support
Nestle India 84 FMCG Strong distribution network, consistent sales and profit growth

 

top 10 large cap stocks in india – टॉप 10 लार्ज कैप स्टॉक की सूची 

Stock 1-Year Return vs. Nifty PE Ratio Sector PE PB Ratio Sector PB
REC Limited 245.12% 4.81 17.96 0.74 1.39
Power Finance Corporation 243.51% 4.59 17.96 0.71 1.39
Indian Railway Finance Corporation 212.27% 7.06 17.96 1.05 1.39
Bharat Heavy Electricals 197.77% 65.71 32.77 2.36 4.65
Oil India 116.79% 4.33 12.33 0.90 1.18
Coal India 97.22% 5.29 12.33 1.58 1.18
NTPC 69.91% 9.86 12.33 1.31 1.18
Oil & Natural Gas Corporation 67.25% 6.68 12.33 0.96 1.18
Bharat Electronics 63.74% 27.15 32.77 6.62 4.65
Larsen & Toubro 63.05% 30.26 32.77 3.89 4.65

 

लार्ज कैप स्टॉक में इन्वेस्ट कैसे करें – How to invest in large cap stock In Hindi 

भारत में लार्ज-कैप स्टॉक में इन्वेस्ट करने के लिए सावधानीपूर्वक विचार और शोध की आवश्यकता होती है। लार्ज कैप स्टॉक में इन्वेस्टमेंट करने के लिए आपको निम्नलिखित कुछ स्टेप्स दिए गए हैं –

1.लार्ज-कैप स्टॉक को समझें:

लार्ज-कैप स्टॉक उच्च मार्केट केपीटलाइजेशन वाली कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंज पर शीर्ष 100 कंपनियों में रैंक करते हैं। उन्हें आम तौर पर मिड-कैप या स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में अधिक स्थिर और कम रिस्क भरा माना जाता है।

2.गहन शोध करें:

इन्वेस्ट करने से पहले, संभावित कंपनियों पर शोध करें। उनका विश्लेषण करें:

  • वित्तीय: उनकी बिक्री वृद्धि, लाभ मार्जिन, इक्विटी पर रिटर्न (आरओई), और ऋण स्तरों की समीक्षा करें।
  • प्रबंधन: कंपनी की नेतृत्व टीम के अनुभव और ट्रैक रिकॉर्ड का आकलन करें।
  • उद्योग: उद्योग की विकास क्षमता और इसके भीतर कंपनी की प्रतिस्पर्धी स्थिति का प्राइसांकन करें।
  • मूल्यांकन : यह निर्धारित करने के लिए कि स्टॉक उचित प्राइस पर है या नहीं, प्राइस-से-आय (पी/ई) अनुपात और अन्य प्राइसांकन मीट्रिक पर विचार करें।

3.इन्वेस्ट का तरीका चुनें:

  • प्रत्यक्ष इन्वेस्ट: डिमैट अकाउंट(Demat account)के माध्यम से अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदें। इसके लिए अधिक शोध और निगरानी की आवश्यकता होती है।
  • म्यूचुअल फंड या ETF: (ETF)ऐसे फंड में इन्वेस्ट करें जो लार्ज-कैप स्टॉक पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह विविधीकरण और पेशेवर प्रबंधन प्रदान करता है।

4.अपने रिस्क सहनशीलता और इन्वेस्ट लक्ष्यों पर विचार करें:

लार्ज-कैप स्टॉक आम तौर पर कम अस्थिर होते हैं, लेकिन फिर भी उनमें बाजार रिस्क होता है। अपने इन्वेस्ट को अपनी रिस्क सहनशीलता और दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों के साथ संरेखित करें।

5.अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं:

अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में न रखें। रिस्क को फैलाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कई लार्ज-कैप स्टॉक में इन्वेस्ट करें।

6.अपने इन्वेस्ट की निगरानी करें:

अपने पोर्टफोलियो के प्रदर्शन की नियमित समीक्षा करें और आवश्यकतानुसार समायोजन करें। कंपनी की खबरों और उद्योग के रुझानों के बारे में जानकारी रखें।

7.धैर्य रखें और इन्वेस्टित रहें:

लार्ज-कैप स्टॉक दीर्घकालिक इन्वेस्टर्स के लिए उपयुक्त हैं। अल्पकालिक बाजार उतार-चढ़ाव के आधार पर आवेगपूर्ण निर्णय लेने से बचें।

 

लार्ज-कैप स्टॉक रिटर्न – Large cap stock return in Hindi 

  • मध्यम रिटर्न की संभावना: लार्ज-कैप कंपनियों को अपने आकार के कारण महत्वपूर्ण रूप से बढ़ना मुश्किल लगता है।
  • कम रिस्क: जब बाजार गिरता है, तो लार्ज-कैप कंपनियों पर उतना अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है।

उदाहरण: 3 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाली कंपनी को अपना प्राइस दोगुना करने के लिए 6 लाख करोड़ तक पहुँचने की आवश्यकता होगी, जो चुनौतीपूर्ण है।

कुल मिलाकर, लार्ज-कैप स्टॉक मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में कम रिस्क के साथ मध्यम रिटर्न प्रदान करते हैं।

लार्ज कैप स्टॉक के फायदे – Large cap stock benefits in Hindi

लार्ज कैप स्टॉक कई लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें शामिल हैं:

कम रिस्क: 

लार्ज कैप कंपनियाँ आम तौर पर एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के साथ अच्छी तरह से स्थापित होती हैं, जो उन्हें मिड या स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में कम रिस्कपूर्ण बनाती हैं। वे आर्थिक मंदी का सामना करने की अधिक संभावना रखते हैं और दिवालिया होने की संभावना कम होती है।

मध्यम रिटर्न की संभावना: 

मिड-कैप या स्मॉल-कैप स्टॉक जितना अधिक नहीं होने पर भी, लार्ज-कैप कंपनियाँ मध्यम रिटर्न प्रदान करती हैं।

उच्च तरलता: 

महत्वपूर्ण व्यापारिक गतिविधि होती है, जिससे खरीद और बिक्री में आसानी होती है।

स्थिरता: 

लार्ज कैप स्टॉक कम अस्थिर होते हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी कीमतों में दैनिक आधार पर उतना उतार-चढ़ाव नहीं होता है। यह उन्हें स्थिर रिटर्न चाहने वाले इन्वेस्टर्स के लिए एक अच्छा ऑप्शन बना सकता है।

संस्थागत इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक:

 लार्ज कैप स्टॉक अक्सर म्यूचुअल फंड और विदेशी संस्थागत इन्वेस्टर्स से महत्वपूर्ण इन्वेस्ट आकर्षित करते हैं, जो उनकी स्थिरता और विकास में और योगदान दे सकते हैं।

उदाहरण: रिलायंस, टीसीएस, इंफोसिस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एलएंडटी।

 

लार्ज-कैप स्टॉक के नुकसान – Large cap stock Disadvantage in Hindi

मध्यम रिटर्न की संभावना: 

अपने बड़े आकार के कारण, इन कंपनियों में मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक की तुलना में सीमित विकास क्षमता होती है।

कम रोमांचक:

 लार्ज-कैप स्टॉक को आम तौर पर छोटी, तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों की तुलना में कम रोमांचक माना जाता है।

धीमी वृद्धि 

बड़ी कंपनियों को अपने पहले से ही बड़े बाजार हिस्से और विस्तार की संभावित सीमाओं के कारण तेजी से विकास हासिल करना मुश्किल हो सकता है।

बाजार में गिरावट से अभी भी प्रभावित हो सकते हैं:

 आम तौर पर अधिक लचीले होते हुए भी, लार्ज-कैप स्टॉक गंभीर बाजार मंदी के दौरान भी नुकसान उठा सकते हैं।

इन्वेस्ट के लिए पैसों की ज्यादा आवश्यकता 

लार्ज-कैप स्टॉक का शेयर प्राइस अक्सर अधिक होता है, जिसके लिए बड़े शुरुआती इन्वेस्ट की आवश्यकता होती है।

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