Trading Types In Hindi, ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के 10 प्रकार – Trading Types In Hindi
अगर आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से पहलेयह डिसीजन लेना होता है किआपको किस प्रकार की ट्रेडिंग करनी है अर्थात किस प्रकार की Types Of Share Trading करनी है
शेयर मार्केट में आप दो प्रकार से पैसे लगा सकते हो 1. इन्वेस्टिंग करके 2. ट्रेडिंग करके
इन्वेस्टिंग का मतलब होता है कि किसी भी कंपनी के Share(शेयर ) को आप लंबे समय तक होल्ड करके रखोगे और अपना लाभ बनाओगे। जबकि ट्रेडिंग(Trading) में ,कम समय में किसी कंपनी के शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है। व्यापारी आमतौर पर अपने व्यापारिक निर्णय लेने के लिए तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं।
स्टॉक मार्केट में या शेयर मार्केट में भी ट्रेडिंग करने के कई सारे प्रकार होते हैं ट्रेडिंग का कोई भी प्रकार अच्छा नहीं होता है ना ही बुरा होता है यह आप ही अनुसार ही निर्भर करता है कि आपके लिए कौन सी ट्रेडिंग अच्छी है और किस प्रकार की Share Trading Type आपके लिए सही या गलत हो सकता है।
अगर आप भी जानना चाहते हैं ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ? Types Of Stock Trading In Hindi, ट्रेडिंग के प्रकार, चलिए विस्तार से जानते हैं ।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार – Trading Types In Hindi
शेयर मार्केट में (Share market)ट्रेडिंग मुख्य रूप से 10 प्रकार की होती है ट्रेडिंग के 10 प्रकार निम्नलिखित सूची में दिए गए हैं
- Scalping Trading – स्काल्पिंग ट्रेडिंग
- Spread Trading
- Intraday(day trading)
- Arbitrage Trading
- Btst (Buy Today Sell Tomorrow) Trading
- Momentum Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
- Algo Trading
- News or Event Trading
Trading kitne prakar ki hoti hai –ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
1.Scalping Trading – स्काल्पिंग ट्रेडिंग क्या है
Scalping Trading के अंतर्गत बहुत ही कम समय में अपनी पोजीशन बनानी होती है औरअपनी पोजीशन छोड़ने होती है, स्काल्पिंग ट्रेडिंग के अंतर्गत ज्यादातर कुछ ही सेकेंड्स कुछ मिनट में ट्रेड लेकर बेच दिया जाता है। Scalping Trading में मार्किट में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है और मार्केट के बंद होने तक बहुत सारे ट्रेड किये जाते है।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी Current Price 100 रुपये है और उसके 10000 शेयर आपने खरीद रखे है अब जैसे ही वो शेयर 100 रुपये से बढ़ कर 100.50 पैसे हो जाता है तो आप वह 10000 शेयर बेच देते है तो इससे आपको 5000 रुपये का प्रॉफिट होगा इसे ही Scalping Trading कहते है
2.Spread Trading – Spread Trading क्या है
ऐसा कई बार होता है कि शेयर मार्केट में एक ही Share(शेयर) के 2 कॉन्ट्रैक्ट की Best Buy Price और Best Sell Price में एक बहुत बड़ा अंतर आ जाता है और इसी बड़े अंतर का फायदा उठाकर की जाने वाली ट्रेडिंग को Spread Trading कहते है स्प्रेड ट्रेडिंग मुख्य रूप से Future Contract में की जाती है
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसके फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की Current Month की Price 100 रुपये है और Next Month की Price 102 रुपये है तो ऐसे में Current Month में 10000 शेयर Buy कर लिए जाये और Next Month में 10000 शेयर Sell कर दिए जाये तो End of The Month जब दोनों कॉन्ट्रैक्ट में स्प्रेड कम होगा तो 10000 शेयर पर प्रति शेयर 2 रुपये तक कमाये जा सकते है जिसका अर्थ है की 20000 रुपये तक कमाये जा सकते है।
3.Intraday(day trading) – Intraday Trading क्या है ?
Intraday Trading ट्रेडिंग में, व्यापारी एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर अपनी पोजीशन खोलते और बंद करते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत ट्रेडर्समार्केट टाइम में शेयर खरीदने हैं और अपनी पोजीशन बनाते हैं तथा मार्केट बंद होने से पहले पहले उन्हें भेज देते हैं इसी ट्रेडिंग के अंतर्गत जो भी मार्केट मूवमेंट आता है इस मार्केट मूवमेंट के अंतर्गत अपना फायदा उठाया जाता है ।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी कीमत 100 रुपये है और आपने उस शेयर को Intraday के लिए ख़रीदा हो अब मार्किट बंद होने से पहले उस शेयर का जो भी प्राइस हो आपको प्रॉफिट हो रहा हो या लोस्स बुक करके निकलना ही होगा इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है।
4.Arbitrage Trading
भारतीय शेयर मार्केट में ऐसे कई सारे शेयर्स हैं स्टॉक हैं कंपनियां हैं जो की एक से अधिक स्टॉक एक्सचेंज(Stock Exchange) पर लिस्ट होती हैं जैसे आपको नजर आ जाएगा जो कंपनी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर है वही कंपनी आपको नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) पर भी नजर आ जाएगी, कई बार उन्हीं कंपनियों के Share के दाम में काफी अंतर आ जाता है इसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहलाती है।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो NSE और BSE दोनों पर लिस्टेड है ऐसे में दोनों की प्राइस में अगर Difference आता है तो एक तरफ खरीद कर दूसरी तरफ बेच देना और जब अंतर कम हो जाये तो दोनों पोजीशन को Square Off कर देना इसे ही आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहते है।
5.Btst (Buy Today Sell Tomorrow) Trading
बीटीएसटी अर्थात में टुडे सेल टुमारो ट्रेडिंग (Buy Today Sell Tomorrow) इस प्रकार की ट्रेडिंग में आज स्टॉक खरीदना और कल उसे बेचना शामिल है। बीटीएसटी व्यापारी आम तौर पर एक दिन की अवधि में छोटे मूल्य आंदोलनों से लाभ की तलाश में रहते हैं।
कई बार ऐसा होता है कि किसी कंपनी का स्टॉक जी कीमत पर वह क्लोज होता है अगले दिन उसी से कम कीमत पर वह मार्केट में दोबारा ओपन हो जाता है जिसका फायदा अच्छे ट्रेडर्स लोग उठाते हैं और इसे ही BTST ट्रेडिंग कहते है
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो आज 10% गिर चूका है अब अगर आपको यह लगता है की कल ये शेयर और गिरेगा या ये शेयर बहुत गिर चूका है कल ये थोड़ा ऊपर जायेगा इस आधार पर अगर आज शेयर को buy करते है कल Sell करने के लिए इसे ही BTST Trading कहते है
6.Momentum Trading
किसी निश्चित दिन पर जब शेयर में ब्रेकआउट होता है तो उस Breakout पर Trading करना Momentum Trading कहते है ब्रेकआउट कई प्रकार के हो सकते है जैसे: Price Breakout, Volume Breakout, Chart Pattern Breakout etc.
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो पिछले 1 महीने से 100 रुपये से 102 रुपये के बीच में ट्रेड कर रहा है और 1 महीने बाद वह शेयर 102.5 चला जाता है तो यह माना जाता है की शेयर ने अपना Breakout दे दिया है सामान्यतः शेयर जिस दिशा में ब्रेकआउट देता है उसी दिशा में थोड़ा और आगे बढ़ता है।
7.Swing Trading
स्विंग ट्रेडिंग को इस प्रकार की ट्रेडिंग में कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक अपनी ट्रेडिंग पोजीशन लेना होता है और उसके बादसही समय आने पर अपनी ट्रेडिंग पोजीशन छोड़ देनी होती है। स्विंग ट्रेडर्स आमतौर पर संभावित मार्केट मूवमेंट और ट्रेडिंग की पहचान करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते हैं ।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो अभी 100 रुपये पर चल रहा है और शेयर ने आज ही ब्रेकआउट दिया है तो अब आने वाले 1 से 2 हफ्ते जो शेयर का मूवमेंट होगा उसका फायदा उठाकर पैसे कमाना स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।
8.Positional Trading
Positional Trading के अंदर किसी शेयर को लेकर एक महीने से लेकर एक साल या उससे अधिक समय तक किसी पोजीशन पर बने रहना शामिल होता है। पोजीशनल ट्रेड करने वाले आमतौर पर कंपनी के मूल्य को निर्धारित करने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करते हैं।तो इसे पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है इसमें Stock Price के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर Profit कमाया जाता है।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसका करंट प्राइस 100 रुपये है आपने कंपनी का फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस किया और आपको लगा की ये शेयर आने वाले 8 से 10 महीनों में 120 रुपये जा सकता है और शेयर Buy कर लिया और 10 महीने बाद बेच दिया इसे ही पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है।
9.Algo Trading
Algo Trading एक विशेष प्रकार की ट्रेडिंग तकनीक होती है जो कि कंप्यूटर के एल्गोरिथम पर निर्भर करती हैएल्गो ट्रेडिंगकरने के लिए आपको कंप्यूटर सेटअप और दूसरे बड़े इंस्ट्रूमेंट की आवश्यकता होती है।
जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम आपके आदेश पर ट्रेड करता है कोनसे लेवल पर खरीदना है और कोनसे लेवल पर बेचना यह सब decision Algo Trading Software अपने आप ले लेता है बस शुरुआत में एक बार उसे Instruction देनी होती है।
10.News or Event Trading
शेयर मार्केट में समय-समय पर कोई न कोई नई न्यूज़ और इवेंट आता रहता है तो ऐसे समय-समय पर आने वाले न्यूज़ और इवेंट के कारण शेयर मार्केट में काफी उठा पटक देखने को मिलती है और इसी बीच में मार्केट मूवमेंट के अंतर्गत जो ट्रेडिंग की जाती हैउसे हम News or Event Trading कहते है।
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसके Quarterly Result घोषित होने वाले है अगर रिजल्ट अच्छे आये तो शेयर ऊपर जायेगा और अगर रिजल्ट ख़राब आये तो शेयर निचे की तरफ जाना तय है इसी आधार पर अपना ट्रेड करने को News और Event Trading कहते है।
निष्कर्ष
अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं और ट्रेडिंगकरके पैसे कमाना चाहते हैं तो दोस्तों इसके लिए आपको ट्रेडिंग के बेसिक नियम सीखना होंगे और ट्रेडिंग में आने वाली सभी इंस्ट्रूमेंट और इक्विपमेंट को भीचलाना सीखना होगा वरनाआपको ट्रेडिंग में नुकसान होना लाजमी है आपको ट्रेडिंग में होने वाले फायदे नुकसान जोखिम औरअंदर की न्यूज़ के बारे में अच्छी खासी जानकारी लेनी होगी ।
कौन सी ट्रेडिंग सबसे ज्यादा फायदेमंद है?
आज के समय अगर आपलंबे समय तक ट्रेडिंग करना चाहते हैं और हर रोज मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए काफी अच्छी हो सकती है
किस प्रकार की ट्रेडिंग सबसे अच्छी होती है?
अगर आप ट्रेंडिंग से मुनाफा कमाना चाहते हैं तो लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग स्ट्रेटजी आपके लिए काफी अच्छी और फायदेमंद साबित होगी
ट्रेडिंग करने से पहले क्या करना चाहिए?
ट्रेडिंग करने से पहले आपको कुछ जरूरी कार्य अवश्य करने चाहिए जैसे डेली चार्ट पेटर्न का अध्ययन करना , Price मूवमेंट देखना, ट्रेडिंग से पहले आपको टेक्निकल एंड आवश्यक करना चाहिए
ट्रेडिंग करने के लिए कितना पढ़ा लिखा होना चाहिए?
ट्रेडिंग करने के लिए पढ़ा लिखा होना जरूरी नहीं है , लेकिन ट्रेडिंग में होने वाली गतिविधियों प्राइस मूवमेंट और मार्केट को समझने के लिए आपको पढ़ा लिखा होना जरूरी है , अगर आप सही तरीके से हिंदी इंग्लिश लिख और पढ़ पाते हैं तो आप ट्रेडिंग कर सकते हैं