शेयर बाजार में ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट शेयर बाजार का एक ऐसा सेगमेंट है कि जहां स्टॉक को केवल T+2 दिनों के बाद ही बेचा जा सकता है, इस सेगमेंट में स्टॉक को बेचने से पहले पूरा पेमेंट और डिलीवरी की आवश्यकता होती है। इसका मतलब यह है कि निवेशक तब तक शेयर नहीं बेच सकते जब तक कि वे उनके डीमैट अकाउंट में डिलीवर न हो जाएं, जिसमें आमतौर पर T+2 दिन लगते हैं। इसके अतिरिक्त, T2T स्टॉक के लिए इंटरनेट ट्रेडिंग की परमिशन नहीं है।
शेयर मार्केट में शेयर बाजार में ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट क्या होता है? t2t stocks meaning in hindi, t2t stocks क्या होता है और यह किस प्रकार से कार्य करता है चलिए विस्तार से जानते हैं

ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट – T2T segment meaning in hindi
ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट शेयर बाजार का एक ऐसा सेगमेंट है, जहां स्टॉक को केवल T+2 दिनों के बाद ही बेचा जा सकता है, यानी Settlement Date के दो दिन बाद। इसका मतलब है कि अगर आप आज कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप उसे दो दिन बाद ही बेच सकते हैं। इसके अतिरिक्त, T2T सेगमेंट में स्टॉक के लिए 100% एडवांस पेमेंट की आवश्यकता होती है, और इंटरनेट ट्रेडिंग की परमिशन नहीं है।
T2T सेगमेंट का उपयोग उन स्टॉक में investors के रिस्कको कम करने के लिए किया जाता है, जिनमें हाई वोलैटिलिटी होती है या जिनमें हेरफेर की संभावना होती है। T2T सेगमेंट में स्टॉक की पहचान स्टॉक एक्सचेंज(Stock Exchange) द्वारा बाजार और सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) के परामर्श से की जाती है।
T2T स्टॉक क्या होते हैं? – t2t stocks meaning in hindi
T2T स्टॉक ऐसे स्टॉक होते हैं जिनका ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट में ट्रेडिंग होता है। इसका मतलब है कि 100% एडवांस पेमेंट की आवश्यकता होती है, और स्टॉक को केवल T+2 दिनों के बाद ही बेचा जा सकता है, यानी Settlement Date के दो दिन बाद। इसके अतिरिक्त, T2T स्टॉक के लिए इंटरनेट ट्रेडिंग की परमिशन नहीं है।
T2T स्टॉक अक्सर अत्यधिक अस्थिर होते हैं और हेरफेर के लिए susceptible होते हैं, इसलिए इस सेगमेंट का उपयोग investors के रिस्कको कम करने के लिए किया जाता है।
ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट की विशेषताएं – t2t stocks feature in hindi
ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट
- ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) सेगमेंट एक ऐसी सिस्टम है, जिसमें किसी खास दिन खरीदे गए शेयरों को दो वर्किंग डे के बाद ही बेचा जा सकता है।
- वर्किंग डे में शनिवार, रविवार और सरकारी अवकाश शामिल हैं।
- शेयर आमतौर पर खरीद की तारीख के बाद दूसरे वर्किंग डे तक डीमैट अकाउंट(Demat account) में प्राप्त हो जाते हैं।
- बिक्री तीसरे वर्किंग डे या उसके बाद कभी भी हो सकती है।
- यदि समस्याएँ उत्पन्न होती हैं और शेयर नहीं बेचे जा सकते हैं, तो समस्या का स्क्रीनशॉट लेना और ईमेल के माध्यम से ब्रोकर से संपर्क करना समस्या को हल करने में मदद कर सकता है।
- T2T स्टॉक में लोअर सर्किट के कारण बिक्री में देरी हो सकती है
- स्टॉक की 100% डिलीवरी आवश्यक है
- आप स्टॉक को तब तक नहीं बेच सकते, जब तक कि वह आपके डीमैट अकाउंट में न आ जाए, जो कि T+2 दिन है
- इंटरनेट ट्रेडिंग की परमिशन नहीं है