ETF और index fund इस मामले में समान हैं कि वे दोनों एक विशेष मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं। हालांकि, ETF पूरे दिन ट्रेड करने योग्य होने का एक्स्ट्रा फायदा प्रदान करते हैं, जिससे ट्रेडिंग के माध्यम से लोग रेगुलर इनकम बना सकते हैं। यह ETF को उन लोगों के लिए एक उपयुक्त निवेश ऑप्शन बनता है जो अभी-अभी ट्रेडिंग करना सीख रहे हैं, क्योंकि उनके पास ऑप्शन ट्रेडिंग की तुलना में कम पूंजी की आवश्यकता होती है और रिस्क भी कम होता है।
इसके अतिरिक्त, ETF में आमतौर पर index fund की तुलना में कम एक्सपेंस रेशों होता है, जिसका अर्थ है कि वे मैनेजमेंट के लिए कम चार्ज लेते हैं। जबकि दोनों ऑप्शन,डायवर्सिफिकेशन और कम रिस्क वाले निवेश के अवसर प्रदान करते हैं, ETF अपनी Trading क्षमता और संभावित रूप से कम लागत के कारण एक्टिवली ट्रेडिंग करने वाले के लिए अधिक फ्लैक्सिबिलिटी प्रदान करते हैं।
आज के समय ऐप और इंडेक्स फंड दोनों ही निवेश के काफी अच्छे ऑप्शन माने जाते हैं लेकिन इन दोनों में मिलने वाले सामान्य और इनमें होने वाले खर्च को लेकर लोग काफी ज्यादा चक्कर में रहते हैं तो ऐसे में लोग यह जानना चाहते हैं कि etf vs index fund in hindi – ETF और इंडेक्स फंड में अंतर क्या है, etf vs index fund fund इन दोनों से बेहतर कौन है, चलिए विस्तार से जानते हैं विभिन्न मापदंडों पर ETF और index fund की तुलना करते हैं जिसमें जिसमें कामकाज, मैनेजमेंट, खर्च, मिनिमम इन्वेस्टमेंट, एग्जिट लोड, ब्रोकरेज चार्जेस, NAV, परफॉर्मेंस, SIPइन्वेस्टमेंट ऑप्शन और लिक्विडिटी पर विस्तार से बात की गई है।
etf vs index fund fund in hindi – ईटीएफ और इंडेक्स फंड के बीच अंतर
विशेषता | index fund | ETF |
कार्यप्रणाली | एक सूचकांक को ट्रैक करता है | एक इंडेक्स को ट्रैक करता है |
मैनेजमेंट | निष्क्रिय रूप से प्रबंधित | पैसिव तरीके मैनेज |
एक्सपेंस रेशों | थोड़ा अधिक | थोड़ा कम |
मिनिमम इन्वेस्टमेंट | कम (आमतौर पर ₹100 या ₹500) | कम (वास्तविक समय NAV पर एक यूनिट) |
एक्ज़िट लोड | कोई नहीं | कोई नहीं |
ब्रोकरेज चार्जेस | कोई नहीं | लागू हो सकता है |
NAV | ट्रेडिंग दिवस के अंत में गणना की जाती है | रीयल-टाइम में उतार-चढ़ाव होता है |
SIP निवेश | अनुमति देता है | अनुमति नहीं देता है |
इन्वेस्टमेंट ऑप्शन | डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं है | डिमैट अकाउंट की आवश्यकता है |
लिक्विडिटी | कोई समस्या नहीं | समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं |
परफॉर्मेंस (रिटर्न) | सूचकांक के समान | इंडेक्स के समान |
index fund एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो निफ्टी-50 जैसे किसी खास मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करता है। ETF index fund की तरह ही होते हैं, लेकिन स्टॉक की तरह एक्सचेंज पर इनका ट्रेडिंग किया जा सकता है। दोनों ही डायवर्सिफिकेशन और कम एक्सपेंस रेशों प्रदान करते हैं, जो उन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है।
(दोनों को पैसिव तरीके मैनेज किया जाता है), एक्सपेंस रेशों (ETF थोड़े सस्ते हैं), मिनिमम इन्वेस्टमेंट आवश्यकताएँ (दोनों कम हैं), एक्जिट लोड (दोनों में से कोई भी नहीं है) और ब्रोकरेज चार्जेस (ETF पर लग सकते हैं) सहित मुख्य अंतरों को समझाया गया है।
ETF वास्तविक समय NAV और पारदर्शिता प्रदान करते हैं, जबकि index fund ऑटोमेटिक SIP निवेश की अनुमति देते हैं। अंततः, ETF और index fund के बीच चुनाव व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और निवेश स्ट्रैटेजियों पर निर्भर करता है, index fund आमतौर पर लॉन्ग टर्म, ऑटोमेटिक निवेश के लिए बेहतर होते हैं।
ETF और index fund के बीच क्या अंतर है? – etf vs index fund difference in hindi
ETF और index fund इस मायने में समान हैं कि वे दोनों एक विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं और कम रिस्क के साथ व्यापक बाजार एक्सपोजर प्रदान करते हैं। हालांकि, कुछ प्रमुख अंतर हैं:
ट्रेडिंग:
ETF का पूरे दिन ट्रेडिंग किया जा सकता है, जबकि index fund को केवल ट्रेडिंग डे के अंत में क्लोजिंग प्राइस पर खरीदा या बेचा जा सकता है।
एसआईपी:
index fund ऑटोमेटिक SIPकी सरलता प्रदान करते हैं, जो ETF के लिए उपलब्ध नहीं है।
मैनेजमेंट
ETF और index fund दोनों ही पैसिव तरीके मैनेज फंड हैं जो एक विशिष्ट बाजार इंडेक्स को ट्रैक करते हैं। वे डायवर्सिफिकेशन और कम एक्सपेंस रेशों प्रदान करते हैं, जो उन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक ऑप्शन बनाता है।
एक्सपेंस रेशों:
ETF में आम तौर पर index fund की तुलना में थोड़ा कम एक्सपेंस रेशों होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ETF को एक्टिवली मैनेजमेंट या फंड मैनेजरों की टीम की आवश्यकता नहीं होती है।
मिनिमम इन्वेस्टमेंट आवश्यकताएँ:
दोनों में कम मिनिमम इन्वेस्टमेंट आवश्यकताएँ हैं, लेकिन ETF को उनके वास्तविक समय के NAV पर खरीदा जाता है, जिसका अर्थ है कि आप एक ही यूनिट खरीद सकते हैं।
एग्जिट लोड:
न तो ETF और न ही index fund में एग्जिट लोड होता है। ब्रोकरेज चार्जेस: index fund के विपरीत ETF में ब्रोकरेज चार्जेस लग सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ETF का स्टॉक की तरह एक्सचेंज पर ट्रेडिंग होता है।
NAV:
ETF वास्तविक समय NAV प्रदान करते हैं, जो पूरे ट्रेडिंगी दिन में उतार-चढ़ाव करता है, जबकि index fund के NAV की कैलकुलेशन ट्रेडिंगी दिन के अंत में की जाती है।
SIP निवेश:
index fund ऑटोमेटिक SIP निवेश की अनुमति देते हैं, जो ETF के साथ संभव नहीं है। SIPनिवेशकों को रेगुलर रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देता है, जो अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है।
इन्वेस्टमेंट ऑप्शन:
index fund में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि ETF में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है।
लिक्विडिटी:
index fund में आम तौर पर लिक्विडिटी की समस्या नहीं होती है, जबकि ETF में हो सकती है, क्योंकि वे बाजार में खरीदारों और विक्रेताओं पर निर्भर करते हैं।
अंततः, ETF और index fund के बीच चुनाव व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और निवेश स्ट्रैटेजियों पर निर्भर करता है। index fund को आम तौर पर SIP की सुविधा और ब्रोकरेज चार्जेस की अनुपस्थिति के कारण लॉन्ग टर्म, ऑटोमेटिक निवेश के लिए बेहतर माना जाता है। हालांकि, ETF वास्तविक समय NAV और संभावित रूप से कम एक्सपेंस रेशों जैसे लाभ प्रदान करते हैं।
ETF बनाम index fund लगने वाले टैक्स – etf vs index fund taxation in hindi
ETF और index fund पर ज्यादातर मामलों में एक जैसा ही टैक्स लगता है। इक्विटी ETF और index fund के लिए, अगर एक साल में कुल लाभ 1 लाख रुपये के भीतर है, तो कोई टैक्स नहीं लगता है। 1 लाख रुपये से अधिक के लाभ पर, Short-term capital gains (एक साल से कम समय के लिए निवेश) के लिए 15% और लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ के लिए 10% टैक्स लगता है। डेट ETF और index fund के लिए, अगर निवेश 3 साल से पहले बेचा जाता है, तो व्यक्ति की इनकमकर स्लैब दर के अनुसार Short-term capital gains tax लगाया जाता है।
अगर 3 साल से अधिक समय तक रखा जाता है, तो 20% का Long Term Capital Gains Tax लगाया जाता है। हालांकि, ब्रोकरेज चार्जेस और सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) की अनुपस्थिति के कारण index fund थोड़ा अधिक कर दक्षता प्रदान कर सकते हैं जो ETF पर लागू होते हैं। अंततः, ETF और index fund के बीच चुनाव निवेश लक्ष्यों, समय क्षितिज और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है।
ETF बनाम index fund कौन बेहतर है – etf vs index fund which is better in hindi
दस्तावेज में स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया गया है कि कौन बेहतर है, क्योंकि ETF और index fund दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं।
index fund म्यूचुअल फंड हैं जो भारत की Top 50 कंपनियों में निवेश करते हैं, जो कम रिस्क और कम एक्सपेंस रेशों के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में व्यापक निवेश प्रदान करते हैं।
ETF index fund के समान हैं, जिसमें वे एक विशिष्ट इंडेक्स को भी ट्रैक करते हैं, लेकिन वे पूरे दिन ट्रेड करने योग्य होते हैं, जिससे ट्रेडिंग के माध्यम से संभावित रेगुलर इनकम की अनुमति मिलती है। ऑप्शन ट्रेडिंग की तुलना में ETF में कम पूंजी की आवश्यकता होती है और रिस्क भी कम होता है, जो उन्हें ट्रेडिंग सीखने वालों के लिए उपयुक्त साधन बनाता है।\
- उपयोग में आसानी: index fund ऑटोमेटिक SIPनिवेश की अनुमति देते हैं, बिना किसी मैनुअल हस्तक्षेप की आवश्यकता के अनुशासित निवेश को बढ़ावा देते हैं।
- कम लागत: जबकि ETF में थोड़ा कम एक्सपेंस रेशों होता है, index fund ब्रोकरेज चार्जेस, एक्सचेंज चार्ज, स्टांप ड्यूटी और ETF खरीदने और बेचने से जुड़े जीएसटी से बचते हैं।
- लिक्विडिटी: index fund में लिक्विडिटी की समस्या नहीं होती है, जबकि ETF बाजार में खरीदारों और विक्रेताओं पर निर्भर होते हैं।
- सरलता: index fund सीधे-सादे होते हैं और उन्हें डिमैट अकाउंट की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे वे निवेशकों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सुलभ हो जाते हैं।
- एक्सपेंस रेशों: ETF में आम तौर पर index fund की तुलना में कम एक्सपेंस रेशों होता है।
- एसआईपी: index fund ऑटोमेटिक SIPकी सरलता प्रदान करते हैं, जो ETF के लिए उपलब्ध नहीं है।
- कराधान: गोल्ड ETF के अपवाद के साथ ETF और index fund का कराधान समान है।
अंततः, सबसे अच्छा ऑप्शन व्यक्तिगत निवेश लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। ETF उन एक्टिवली ट्रेडिंग करने वाले के लिए अधिक उपयुक्त हो सकते हैं जो फ्लैक्सिबिलिटी और संभावित लागत बचत चाहते हैं, जबकि index fund उन पैसिव तरीके से निवेशकों के लिए बेहतर हो सकते हैं जो ऑटोमेटिक SIPकी सुविधा पसंद करते हैं।
ETF vs index fund एक्सपेंस रेशों – etf vs index fund taxation in hindi
ETF का एक्सपेंस रेशों आम तौर पर index fund की तुलना में कम होता है। उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई बैंक निफ्टी-50 index fund का एक्सपेंस रेशों 0.17% है, जबकि आईसीआईसीआई बैंक निफ्टी ETF का एक्सपेंस रेशों 0.05% है। 0.12% का यह अंतर इस तथ्य के कारण है कि index fund को फंड मैनेजरों की एक टीम द्वारा एक्टिवली मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है, जिससे उनके खर्च बढ़ जाते हैं। दूसरी ओर, ETF पैसिव तरीके मैनेज होते हैं और उन्हें फंड मैनेजरों की एक टीम की आवश्यकता नहीं होती है, जो उनके खर्चों को कम रखने में मदद करता है।
हालाँकि, जबकि ETF में कम एक्सपेंस रेशों हो सकता है, वे ब्रोकरेज चार्जेस, विनिमय चार्ज, स्टांप ड्यूटी और जीएसटी जैसी अतिरिक्त लागतें लगा सकते हैं, जो लागत बचत में से कुछ को ऑफसेट कर सकते हैं।